रविवार, 19 सितंबर 2010

पुर्जो


बी.ए. गी परीक्षा मैं,
एक छोरी नकल गी परची ले'र आई।
एग्जामिनरां री नजर स्यूं,
बा बच कोनी पाई।
बुढो प्रोफेसर बोल्यो- नारी वर्ग भी अब,
मर्दां स्यूं आगी जाण लागरिया है।
जवान प्रोफेसर बोल्यो- जणां ई तो,
आजकल पुर्जा भी पुर्जा ल्याण लागरिया है।

1 टिप्पणी: